🎍रक्षाबंधन
संसार में यदि बात किया जाए तो भारत जैसा सांस्कृतिक अस्मिता वाला देश अखिल ब्रह्मांड में नही होगा जो ,अपने लोगों को एक सूत्र में जोड़ने के लिए, जीने के लिए अनेक त्योहारों का सूत्रपात किया जिसके पीछे अनेक तर्क एवं सांस्कृतिक परंपराएं छिपी हुई थी। उसमें रक्षा बंधन एक प्रमुख त्योहार है ,जहां आज लोग अपने अहं, वैचारिक मतभेद, भौतिकवादी विचार एवं अपनी संकीर्ण मानसिकता से जहां टूट रहे हैं।ऐसे में रक्षाबंधन का पर्व आपस मे जुडने के लिए एक अप्रतिम त्यौहार है।जीवन में दो ही काम है तोड़ना और जोड़ना ।भारत की संस्कृति एक जोड़ने वाली संस्कृति जैसे, सर्वे भवंतु सुखिनः, वसुधैव कुटुंबकम आदि जो हमें एक ही माला में पीरो देती हैं…. यह त्यौहार एकता ,अखंडता, अस्मिता, प्रेम सद्भाव इत्यादि का है। यह त्यौहार अवश्य ही भाई और बहन का है परंतु इसके पीछे छिपा जो मर्म है वह सभी को एकता मे बांधना है सभी का रक्षा करने का है। हम सभी रक्षाबंधन के माध्यम से इस राष्ट्र को जोड़ने का संकल्प लें और खूब धूमधाम से रक्षाबंधन बनाएं।
आपको को रक्षाबंधन की ढेर सारी शुभकामनाएं🙏
मनोज कुमार सिंह ।