
नई दिल्ली: जैसे कि हम जानते है कि कोरोना महामारी ने कैसे पूरी दुनियां को प्रभावित किया है। संकट कि इस घड़ी में एक दूसरे की मदद के लिए खड़ा होना ही इंसानियत है और परम देशभक्ति भी। कोरोना काल में न जाने कितने की मृत्यु हो गई सिर्फ इस वजह से की कोई उनको मदद के लिए आगे नही आ पाया। वही हमने देखा कि कैसे इस महामारी में संस्थाएं, एनजीओ, सामाजिक कार्यक्रता और उद्योगपति आगे कर लोगों की मदद किये।
इस कड़ी में एक ऐसा सख्स जो पेशे से गुड़गांव शहर के एक निजी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर कार्यरत है। कोरोना महामारी के हालात से उन्हें जरूरतमंद लोगों की मदद करने के प्रेरणा मिली। इसी भावना को जिंदा रखते हुए साथ उन्होंने लोगो की मदद करना भी शुरू कर दिया।
उस दौरान बिहार गोपालगंज जिले के एकडंगा गांव के एक परिवार का घर आपदा छती के कारण गिर जाने पर परिवार असहाय नजर आ रहा था। ऐसे में सबसे पहले मनोज कुमार सिंह पीड़ित के घर पहुंचे और परिवार को वित्तीय सहायता देकर उन्हें साहस प्रदान किया। आज वह परिवार मनोज कुमार सिंह की उन्नति के लिए लाखों दुआए देता है। इतना ही नही बगल के ही एक और गांव में कोरोना काल से प्रभावित परिवार की स्थिति खराब हो जाने के कारण बिटिया की शादी में पैसे कम पड़ रहे थे। ऐसे में मनोज कुमार सिंह आगे आकर उस परिवार को वित्तीय सहायता प्रदान किये और समाज में कैसे एक दूसरे की मदद करें इसके लिए इन्होंने एक उदाहरण पेश किया।
बातचीत के दौरान इस युवां सोशल एक्टिविष्ट मनोज कुमार सिंह ने बताया कि “मैं युवां नागरिक होने के साथ सामाजिक जिम्मेदारियों को जरूर समझता हूं । मेरा यह मानना है कि देश को आगे बढ़ाना है तो उसमे हर एक नागरिक की सहभागिता बहुत जरूरी है। कोरोना काल में जो स्थिति बनी थी, हम सभी ने उसका सामना किया। इस स्थिति से जो मुझे प्रेरणा मिली उसे मैं आगे जारी रखने की हर संभव कोशिश कर रहा हूँ और जहाँ कही भी मैं समाज के भलाई के लिए खड़ा हो पाऊ यही मेरा सौभाग्य होगा।”
बता दे कि मनोज कुमार सिंह बिहार सिवान जिले के जीरादेई क्षेत्र नौतन प्रखंड के नजदीक गांव गंधरपा- ताली के रहने वाले है। मनोज कुमार सिंह का यह कदम अनेकों युवाओं को प्रेरित करने वाला कदम है। हम सभी को देश को आगे बढ़ाने हेतु जो पहल कर सकते है करना चाहिए ताकि देश के सर्वांगीण विकास में अपना बहुमूल्य योगदान दे सके।