संवेदना और मानव मूल्यों का विकास, हर समाज के सामाजिक ताने – बाने पर निर्भर करता है जिसमें सामाजिक संघर्ष और सामाजिक जीवन जीने के संसाधनों,अवसरों का योगदान होता है।
बहुजातीय,बहुधर्मीय और सांस्कृतिक विभिन्नता वाले समाज में धार्मिक गोलबंदिया,मनुष्यता,मानवता,भाईचारा,संवेदना की तलाश है और ये तत्त्व जिनमें दिखते है वो समाज के लिए वंदनीय है और इस समय अपने क्षेत्र में इसकी अहम भूमिका” सम्पूर्ण सेवा फाउडेशन” के सनसनी व्यक्ति मनोज कुमार सिंह द्वारा निभाया जा रहा है।
मुझे लगता है कि सामाजिक ताना बाना बुनने के चक्कर में लोग अक्सर अपने वर्तमान कद को भी गिरा लेते हैं और फिर अपने क्षेत्र को भी बदनामी की ओर ले जाते हैं लेकिन कुछ चंद सरीखे लोग ही इस मर्म को समझ के असल जरूरतमंदों की मदद करते हैं और ना सिर्फ अपना कद बढ़ाते है बल्कि अपने क्षेत्र और समाज को भी गौरवान्वित करते है।
सेवा ही धर्म है।