बिहार की अर्थव्यवस्था को देश में नंo1 हासिल करने के लिए कई पहलूओं पर काम करने की ज़रूरत है!
1.बेहतर शैक्षणिक संस्थानों का निर्माण हो:- बिहार राज्य के शैक्षणिक संस्थान ख़ास कर उच्च शिक्षा के संस्थान जहा ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था के इस युग में इसके महत्व और उपयोग को आसानी से समझाया जा सके। बिहार सरकार को इस पर बहुत अधिक ध्यान देने की ज़रूरत है।
साथ में यह भी आवश्यक है कि बिहार के सभी अच्छे संस्थान, बिहार से बाहर गए लोगों से संपर्क में रहें और जिससे वो बाहर में बसे बिहारियों से सामाजिक सुरक्षा, हुनर विकास, सूचना के प्रसार,व्यापार और वित्त के मामले में काफ़ी कुछ हासिल कर सकते हैं।
2. कृषि पर ज़ोर और आधुनिक तकनीकी का प्रयोग:- बिहार के आर्थिक विकास के लिए यह ज़रूरी है कि कृषि क्षेत्र की उत्पादकता बढ़ाई जाए।
इसके साथ ही यह भी ज़रूरी है कि बेरोजगार लोगो को कृषि क्षेत्र में ले जाने के लिए एक रणनीति बनाया जाए, जैसे की पशुपालन, जिससे अधिक से अधिक लोगो को घरेलू रोजगार मिले और बिहार के लोग दूसरे राज्य में नौकरी के लिए न जाए।
गांव में फार्मर्स वेल्फेयर क्लब बनाया जाए ताकि किसान नई तकनीक को समझे और अपनी आय की बढ़ाए।
3. आधारभूत सुविधाओं का विकास हो:- ढांचागत सुविधाओं के विकास में राज्य की भूमिका को नज़र अंदाज़ नहीं किया जा सकता है। बीते कुछ सालों में बिहार में इस दिशा में ख़ास कर सड़क निर्माण,बिजली के क्षेत्र में काफ़ी कुछ सुधार हुआ है,पर अभी भी किसानों के लिए सिंचाई की बहुत ही कमी है।
4. बाढ़ नियंत्रण और जल निकासी जैसे जल प्रबंधन:– बाढ़ नियंत्रण पर ध्यान देने की बहुत ही ज़रूरत है। साथ में प्रत्येक वर्ष आप सभी देख ही रहे है की कैसे लगभग आधा बिहार बाढ़ के चपेट में आ रहा है।
5. मानव संसाधन:- बिहार से बाहर गए लोग राज्य का संसाधन बढ़ाने में बहुत बड़ा भूमिका निभा सकते हैं।
शहरीकरण और निर्माण क्षेत्र को अधिक से अधिक बढ़ाया जाए ताकि प्रदेश के बेरोजगार लोगो को नौकरी मिले। गरीब लोग पलायन कम करे।
मनोज कुमार सिंह, नौतन प्रखंड, सीवान।